जोधपुर: कोरोना वायरस से बेजार हुआ हैंडीक्राफ्ट उद्योग, 2.5 लाख मजदूरों पर मंडराए बेरोजगारी के बादल

चीन (China) में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस (Corona virus) की चपेट में जोधपुर भी आ गया है. जोधपुर का विश्व प्रसिद्ध हैंडीक्राफ्ट उद्योग (Handicraft industry) कोरोना वायरस के कारण संकट के दौर से गुजर रहा है. कोरोना वायरस के कारण जोधपुर (Jodhpur) में करीब 2.5 लाख मजदुरों पर बेरोजगारी (Unemployment) के बादल मंडराने लगे हैं.

अकेले जोधपुर में डेढ़ हजार करोड़ रुपयों का कारोबार ठप हो जाएगा
कोरोना के कहर के कारण जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग की रफ़्तार भी धीमी पड़ गई है. जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन जोधपुर के अध्यक्ष भरत दिनेश के अनुसार मार्च और अप्रेल तक कोरोना वायरस पर लगाम नहीं लगी तो हैंडीक्राफ्ट उद्योग का एक्सपोर्ट 50 फीसदी तक कम हो जाएगा. इससे अकेले जोधपुर में डेढ़ हजार करोड़ रुपयों का कारोबार ठप हो जाएगा.

करीब ढाई हजार करोड़ रुपए का हैंडीक्राफ्ट का सामान एक्सपोर्ट होता है

जोधपुर से विश्वभर में सालाना करीब ढाई हजार करोड़ रुपए का हैंडीक्राफ्ट का सामान एक्सपोर्ट होता है. लेकिन कोरोना वायरस की धमक के कारण गत एक महीने में ही हैंडीक्राफ्ट आइटम बनाने के काम में आने वाला सामान 20 फीसदी तक महंगा हो चुका है. इसका अधिकतर सामान चीन से आता है. इनमें पॉलिस, कीलें और स्क्रू सहित कई आइटम शामिल हैं. लिहाजा अभी से हैंडीक्राफ्ट व्यवसाइयों के व्यापार पर इसका असर दिखने लग गया है. इसके साथ ही यूरोप में कोरोना वायरस के पहुंचने से 40 फीसदी एक्सपोर्ट बंद होने की आशंका जाहिर की जा रही है.

सैंकड़ों हैंडीक्राफ्ट उद्योग भी बंद होने के कगार पर पहुंच जाएंगे
जोधपुर में प्रमुख स्थान रखने वाले हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर कोरोना वायरस का भारी असर होने से इस व्यापार से जुड़े व्यापारी चिंतित हैं. जोधपुर में इसके अलावा पैकिंग मैटेरियल, फर्नीचर, आयरन और कांच उद्योग सहित अन्य उद्योगों पर भी कोरोना वायरस का असर पड़ सकता है. कोरोना वायरस का कहर नहीं थमा तो अकेले जोधपुर में करीब 2.5 लाख मजदूरों के बेरोजगार होने के साथ ही सैंकड़ों हैंडीक्राफ्ट उद्योग भी बंद होने के कगार पर पहुंच जाएंगे.